जो छुूट रहा उस भीड़ में कहीं उस पल को गांव में आकर हमने कही जिया।। जो छुूट रहा उस भीड़ में कहीं उस पल को गांव में आकर हमने कही जिया।।
वरना तेरी तन्हाई भी कहाँ दूर थी। वरना तेरी तन्हाई भी कहाँ दूर थी।
जीने की वजह दे ही जाते हैं ये खुशनुमा लम्हे।। जीने की वजह दे ही जाते हैं ये खुशनुमा लम्हे।।
तुम भी उदास हो , ये मैं जानता हूँ, खोया जरूर है तुमको, लेकिन अपनी जीने की वजह तुम्हे तुम भी उदास हो , ये मैं जानता हूँ, खोया जरूर है तुमको, लेकिन अपनी जीने ...
ये रात भी गुज़र जाएगी जैसे कल दिन भी गुजर गया... मैं भी गुज़र जाउंगा रफ्ता-रफ्ता सूरज-सा ये रात भी गुज़र जाएगी जैसे कल दिन भी गुजर गया... मैं भी गुज़र जाउंगा रफ्ता-रफ्ता स...
तन्हा भरे सफर पर चलता एक मुसाफिर। तन्हा भरे सफर पर चलता एक मुसाफिर।